Monday, January 11, 2016

आरक्षण विरोधियों को करारा जवाब, दलितों-पिछड़ों ने नहीं निकलने दिया एंटी रिजर्वेशन मार्च

आरक्षण विरोधियों को करारा जवाब, दलितों-पिछड़ों ने नहीं निकलने दिया एंटी रिजर्वेशन मार्च

Updated On: 2016-01-08 22:09:26 
होशियारपुर (पंजाब)। गुजरात में पटेल आंदोलन के बाद से गरम हुआ आरक्षण का मुद्दा अब पंजाब में पहुंच गया है। शुक्रवार को इसे लेकर प्रदेश के होशियारपुर जिले में स्थिति तनावपूर्ण बनी रही। राइट ऑफ इक्विलिटी फ्रंट के बैनर तले जनरल समाज द्वारा आरक्षण के खिलाफ मार्च निकालने को लेकर दलित-पिछड़े समाज के लोग भडक़ गए। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के बैनर तले सडक़ों पर उतरे इन हजारों लोगों ने जमकर प्रदर्शन किया। इसे लेकर दिनभर स्थिति तनावपूर्ण बनी रही।

जनरल समाज की ओर से राइट ऑफ इक्विलिटी फ्रंट के बैनर तले 8 जनवरी को आरक्षण के खिलाफ मार्च निकालने का फैसला किया गया था। फ्रंट के मुताबिक आरक्षण व्यवस्था को खत्म किया जाना चाहिए। तय कार्यक्रम के मुताबिक फ्रंट के बैनर तले जनरल समाज द्वारा यहां के माहिलपुर अड्डे से मिनी सचिवालय तक रोष मार्च निकाला जाना था। इसके बाद डिप्टी कमिश्नर को आरक्षण व्यवस्था खत्म किए जाने की मांग को लेकर मांगपत्र दिया जाना था।

दूसरी ओर दलित-पिछड़े समाज में आरक्षण के खिलाफ निकलने वाले इस मार्च को लेकर रोष फैला हुआ था। शुक्रवार को यह रोष भडक़ गया। बसपा नेताओं व कार्यकर्ताओं के साथ-साथ श्री गुरु रविदास सभाओं, भगवान वाल्मीकि सभाओं तथा दलित-पिछड़े समाज के अन्य हजारों लोग इस मामले को लेकर सडक़ों पर उतर आए।

एक तरफ जहां जनरल समाज के लोग माहिलपुर अड्डे पर आरक्षण विरोधी मार्च निकालने के लिए इकट्ठे हुए तो दूसरी ओर बसपा के बैनर तले दलित-पिछड़े समाज के लोग शहीद भगत सिंह चौक पर जुटने शुरू हो गए। दोपहर तक हजारों की गिनती में दलित-पिछड़े वर्ग के लोग शहीद भगत सिंह चौक पर पहुंच गए, जिन्होंने यहां सडक़ जाम कर प्रदर्शन शुरू कर दिया। इसे लेकर माहौल गरम हो गया।

दलित-पिछड़े समाज के लोग, खासतौर पर बड़ी गिनती में पहुंचे युवा इस दौरान आरक्षण के समर्थन व बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर से संबंधित नारे लगाते रहे। उनके हाथों में बसपा के नीले झंडे व तख्तियां पकड़ी हुई थीं, जिनमें आरक्षण के समर्थन में नारे लिखे हुए थे।

दलित-पिछड़े समाज के भारी विरोध के चलते जनरल समाज की ओर से निकाला जाने वाला आरक्षण विरोधी मार्च माहिलपुर अड्डे से आगे नहीं बढ़ पाया। यहां तक कि राइट आफ इक्विलिटी फ्रंट प्रशासनिक अधिकारियों को अपना मांगपत्र भी नहीं दे पाया।

शहीद भगत सिंह चौक पर सुबह 10 बजे से जुटने वाले बसपाई, दलित-पिछड़े समाज के लोग रात तक यहां डटे रहे। इस बीच एसएसपी धनप्रीत कौर ने इन प्रदर्शनकारियों को आश्वासन दिया कि संविधान विरोधी किसी भी मार्च को निकलने नहीं दिया जाएगा। इसके बाद जाकर लोग शांत हुए।

इस दौरान खास बात यह भी देखने को मिली कि आरक्षण के समर्थन में सिर्फ बसपा नेता व कार्यकर्ता ही नीले झंडे लेकर सडक़ पर उतरे, जबकि कांग्रेस, आम आदमी पार्टी, अकाली दल व भाजपा के झंडे मौके से नदारद थे।

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